मंगलवार, अप्रैल 29, 2008

मेरी पत्नी को छह माह का गर्भ है.......

डॉक्टर जी,मेरी पत्नी को छह माह का गर्भ है। सबकुछ सामान्य था किन्तु पिछले एक सप्ताह से मैंने देखा कि उसके पैरों में हल्की सी सूजन है और आंखें भी कुछ पीली से नजर आ रही हैं, आंखों के पीलेपन का पता तुरंत ही चल गया क्योंकि उसकी आंखे बाकी लोगों से अलग नीले रंग की हैं। उसने बताया कि मूत्र का रंग भी एकदम पीला आ रहा है। मैंने उसे कई बार मना करा परंतु फिर भी मेरी नजर बचा कर वह मुल्तानी मिट्टी खाया करती थी कहीं उसके कारण तो नुक्सान नहीं हो गया? मेरा बच्चा तो इससे प्रभावित नहीं होगा न?जांच में रक्त की कमी बताई गयी थी, कोई आयुर्वेदिक तरीका बताइये कि सब सामान्य हो जाए। आपको धन्यवाद।
चरवा ओरांव,छत्तीसगढ़
भाईसाहब,आप परेशान न हों आपके बच्चे को कोई परेशानी नहीं होगी, उसकी रक्षा तो भगवान करते हैं। आप बस अपनी पत्नी की तरफ ध्यान दीजिये। मिट्टी खाने से कई लोगों को पाण्डुरोग हो जाता है लेकिन अक्सर महिलाएं ऐसी अवस्था में मना करने के बाद भी मिट्टी खा ही लेती हैं। इस विषय को छोड़ कर हम आपकी पत्नी का उपचार लिखते हैं ध्यानपूर्वक दवाएं दीजिये ताकि वे जल्द ही स्वस्थ होकर स्वस्थ शिशु को जन्म दें....
१ . मण्डूर माक्षिक भस्म दो-दो रत्ती(२५० मिग्रा.) लेकर उसे शहद से सुबह-शाम चटाएं।
२ . ताप्यादि लौह एक-एक गोली(१२५ मिग्रा.) शहद से सुबह-शाम दीजिये।
३ . भोजन के बाद दोनो समय द्राक्षारिष्ट दो-दो चम्मच बराबर जल मिला कर पिलाइये।
यह उपचार कम से कम चालीस दिन तक दीजिये और अपनी पत्नी को समझाने का प्रयास करिये कि मिट्टी न खाएं इससे बच्चे की सेहत पर प्रभावित हो सकती है।

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