बुधवार, अप्रैल 30, 2008

आपको अल्सरेटिव कोलाइटिस है.......

डॉक्टर साहब,मेरी उम्र ३० साल है। पिछले कुछ दिनों से पेट में समस्या है। चुभन जैसा दर्द होता रहता है ऐसा लगता है कि कोई ड्रिल मशीन चला रहा है शायद मैं बता नहीं पा रहा हूं पर cramping pain भी महसूस होता है, बार-बार लैट्रिन जाने का मन होता है किन्तु मल नहीं निकलता बल्कि वैसी अनुभूति ही होती है कि मल त्याग करने जाऊं,यदि थोड़ा मल होता भी है तो उसके साथ में बलगम की तरह से चिकना पदार्थ और रक्त मिला हुआ आता है,दिन भर में लगभग पांच बार तो लैट्रिन जाता ही हूं। मुझे एण्टीबायोटिक दवाएं लेने में डर लगता है क्योंकि उनसे मेरा पेट महीने भर तक गड़बड़ रहता है इसलिये कोई आयुर्वेदिक उपचार बताएं बहुत कष्ट है। फिलहाल तो एक पड़ोसी ने बताया है कि इस प्रकार की बीमारी में छाछ यानि कि मट्ठा फायदा करता है तो बस दिन में दो बार भोजन के बाद एक गिलास वही पी ले रहा हूं। मल एवं रक्त की रिपोर्ट भेज रहा हूं।
जीवन सिंह,अल्मोड़ा
सिंह साहब, हो सकता है कि आपके पड़ोसी ने आपको प्रेमवश यह उपचार सुझाया है किन्तु यह आपके लिये जानलेवा सिद्ध होगा इसलिये तत्काल इसे बंद कर दीजिये। आपकी रिपोर्ट्स देखी हैं आपको अल्सरेटिव कोलाइटिस है जिसमें कि आपके लिये दही या मट्ठे जैसी चीज अत्यंत घातक होती है। आप अनार, सेब, लौकी, मूंग, मूंग की खिचड़ी, मुनक्का, खजूर, नारियल का पानी और बकरी का दूध लीजिये शेष भारी भोजन आपको नुक्सान करेगा। आप निम्न औषधियां नियम से लें--
१ . कामदुधा रस(मुक्ता युक्त) एक-एक गोली सुबह शाम वत्सकादि काढ़े के दो चम्मच के साथ लें जल से भी ले सकते हैं।
२ . प्रवाल पंचामृत रस की एक-एक गोली सुबह शाम जल से भी ले।
३ . कर्पूर रस की एक-एक गोली बकरी के दूध को उबाल कर ठंडा करके दें(ध्यान रखिये कि दूध बकरी का ही हो गाय अथवा भैंस का न लें प्रयास करने से बकरी का दूध मिल जाएगा )।
इन दवाओं को लगातार एक माह तक लें आराम तो चार दिन में ही हो जाएगा किन्तु सावधानी हेतु एक माह लें। इन दवाओं का कोई बुरा प्रभाव नहीं होगा आपके स्वास्थ्य पर।

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