शुक्रवार, मई 09, 2008

दांयी किडनी में ४-५ मिमी. की पथरी है

डॉक्टर साहब,मेरी दांयी किडनी में ४X५ मिमी. की पथरी है जिसके कारण बहुत दर्द होता रह्ता है दर्द कभी तेज और कही धीमा रहता है किन्तु बंद नहीं होता। कोई आयुर्वेदिक उपचार बताइये।
सतीश कुमार जी
सतीश भाई,पहले तो माफ़ी चाहता हूं कि आपको भाषा की समस्या में उलझा दिया लेकिन मेरी भी मजबूरी आप समझ सकते हैं कि मेरे पास समय का सर्वथा अभाव रहता है काम इतना अधिक हो जाता है। अब आपकी दवा आपको बताता हूं
१ . कलमी शोरा(ये आपको पंसारी की दुकान पर आसानी से मिल जाने वाली चीज है जो देखने में दानेदार बारीक नमक जैसी दिखती है और स्वाद में नमकीन और ठंडी सी महसूस होती है)आधा- आधा ग्राम की मात्रा में सुबह शाम लेकर पुनर्नवादि कषाय के दो चम्मच के साथ ले लीजिये।
२ . यदि कलमी शोरा न मिले तो हजरुल यहूद भस्म को इसी तरह से सेवन करें, ये आपको आयुर्वेदिक दवा विक्रेता के पास से मिल जाएगी।
३ . एक वनस्पति जिसे लोग अजूबा,पानफुटी,पत्थर फोड़ी,दर्दमार या पर्णबीज नाम से जानते हैं अगर मिल जाती है तो उसके दो पत्ते पानी में उबाल कर सुबह शाम पीजिये आपकी पथरी कब घुल कर निकल गयी आपको पता ही नहीं चलेगा। इस पौधे के पत्तों में से किनारे से छोटे-छोटे नये पौधे निकल आते हैं इसे बगीचों में शोभा के लिये लगाया जाता है।
वैसे तो पहली दवा ही जादू कर देती है। मांस, मछली, अंडा, मिर्च-मसालेदार आहार से परहेज रखें, पानी ज्यादा पियें और हल्का भोजन किया करें,समय हो तो सुबह-शाम घूमा टहला करें। शीघ्र ही स्वस्थ हो जाएंगें।

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