गुरुवार, जून 19, 2008

माताजी को लाभ हुआ....


भाई साहब,प्रसन्नता की बात है कि माताजी को लाभ हुआ है और उत्तरोत्तर स्वास्थ्य अच्छा हो रहा है। आपने उनके खाने-पीने के विषय में लिखा है कि वे मात्र पपीता खा कर रहती हैं तो बड़ा दुःख हुआ। आप उन्हें खाने में निम्न पदार्थ दे सकते हैं--
दूध,घी,दही,फटा हुआ दूध, नये तिल,नये गेहूं, बाजरा, मूंग, प्याज, मूली,जौ,करेला, तोरई, उड़द,सहजन,लहसुन,परवल,अनार का फल, आम, अंगूर,नारंगी,संतरा,नींबू,बेर,महुआ,इमली जैसे सभी मीठे पल जो कदाचित कच्चे में खट्टॆ रहते हैं।
निम्न पदार्थ मत खाने को दें--
मटर,चना,जामुन,पत्तियों वाले साग,सुपारी,राजमा, चावल,डबल रोटी,बिस्कुट, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ।
जोड़ो की अकड़न के लिये अब आप माता जी को महानारायण तेल की ५ मिली मात्रा का एनिमा रोज लेने को बताइये। इसका तरीका ऊपर की पोस्ट MYELITIS वाले उत्तर में दिया गया है साथ ही महानारायण तेल से प्रभावित अंग की मालिश करिये व स्नान के लिये गर्म जल का ही प्रयोग करें।

0 आप लोग बोले: