बुधवार, जनवरी 07, 2009

एक साल से पाइल्स से बहुत परेशान हूं.......

आदरणीय डॉक्टर साहब,
प्रणाम
मैं पिछले एक साल से पाइल्स से बहुत परेशान हूं शुरू में तो समझ में ही नहीं आया लेकिन अब हमेशा कब्जियत रहती है, गुदा में खुजली होती रहती है, मस्से बन गये हैं, कभी कभी लैट्रिन करते समय खून भी आ जाता है। लोग कहते हैं कि आपरेशन के बाद दोबारा हो जाता है। कोई स्थायी इलाज बताइये अंग्रेजी दवाओं में कोई इलाज नहीं है आपरेशन को ही कहते हैं। मुझे आपरेशन से डर भी लगता है।
संजय राउत,अकोला
संजय जी, परेशान न हों लेकिन आपको लोगों ने सही ही बताया है कि आपरेशन के बाद दोबारा बीमारी हो जाती है उसका कारण है कि मूल कारण तो दूर होता नहीं। यही अंतर है एलोपैथी और आयुर्वेद में। आपकी बीमारी को पाइल्स(बवासीर) या मूळव्याध को जड़ से मिटाने का तरीका आपरेशन है ही नहीं इसलिये आप डरिए मत और इन औषधियों को तीन माह तक लगातार लीजिये आराम तो आपको दूसरे दिन से ही महसूस होने लगेगा।
१ . अर्शोघ्नी बटी दो गोली + अर्शकुठार रस एक गोली + प्राणदा बटी एक गोली(यदि रक्त अधिक आये तो इसके साथ बोलबद्ध रस की एक गोली और ले लीजिये)दिन में तीन बार गुनगुने गर्म पानी से लीजिये।
२ . पहली दवा के आधा घंटा बाद अभयारिष्ट दो चम्मच बराबर पानी में मिला कर दिन में तीन बार पिएं।
३ . रात को सोने से पहले सत ईसबगोल तीन चम्मच एक गिलास गुनगुने जल में घोल कर पिएं।
४ . मलद्वार पर गुदा के अंदर तक उंगली से हलके से कासीसादि तेल मल त्याग के बाद लगाइये व गुदा धोने के पानी में एक चम्मच पिसी हुई फिटकरी डाल कर गुदा धोएं।
मूंग,मसूर, मोटे अनाज की रोटियां, मूली, पालक आदि हरे पत्ते वाले साग, लौकी , परवल, पपीता, करेला, कुंदरू, मट्ठा जैसा सुपाच्य आहार लीजिये। मैदा, खोया , डालडा(वनस्पति घी), गुड़, तेलीय पदार्थ, अरबी(घुईंया), मटर, लाल मिर्च, अचार आदि से परहेज करें।

0 आप लोग बोले: